
बहरहाल सीमा पर कड़ी निगरानी व चौकसी के बावजूद ये रोहिंग्या मुस्लिम बड़ी संख्या में भारत में घुसपैठ कर इस देश के विभिन्न प्रांतों में अवैध रूप से बसने लगे और यहां रहकर ये घुसपैठिये आजकल बांग्लादेश से नशीली दवा ‘इयोबा’ की तस्करी कर रहे हैं। लेकिन यह ‘इयोबा’ आख़िर है क्या चीज़ ? दरअसल यह एक प्रकार की नशीली दवा है जो कि गुलाबी गोलियों (टैबलेट) के रूप में मिलती है। मेथैम्फेटामाइन ( Methamphetamine) व कैफेइन ( Caffeine ) के मिश्रण से यह नशीली दवा बनाई जाती है। हाल ही में बांग्लादेश में बड़ी मात्रा में इस दवा की गोलियां पकड़ी गईं। तस्करों की धर-पकड़ हुईं, जिनमें अधिकांश ये रोहिंग्या मुस्लिम ही निकले। बांग्लादेशी गुप्तचरों की पूछताछ से पता चला कि ये रोहिंग्या तस्कर भारत में बसे अपने बिरादरीवालों के जरिए इन गोलियों की भारत में तस्करी कर रहे हैं। यदि नशीली दवा की इस तस्करी को रोका न जाए तो इसके नकारात्मक प्रभाव भारत के युवा वर्ग पर पड़ना तय है, संबंधित लोगों का ऐसा ही मानना है।