कोलकाता में गिरफ्तार किए गए 3 जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आतंकवादियों का लक्ष्य बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ करना था। वे ख़ुद को ठाकुरपुकुर कैंसर अस्पताल में इलाज करा रहे एक मरीज का परिजन बताकर किराए के एक मकान में छिपे हुए थे।

बांग्लादेशी आतंकवादी समूह जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश की सक्रियता के साक्ष्य पश्चिम बंगाल में लगातार मिल रहे हैं, जिन पर राजनीतिक दलों और सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस्लामिक खिलाफत के लिए जमात की योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया है।
प्रतिबंधित आतंकवादी समूह के तीन आतंकवादियों को रविवार को गिरफ्तार किया गया।
खबर के मुताबिक तीनों करीबी रिश्तेदार बताकर ठाकुरपुर कैंसर अस्पताल में इलाज करा रहे मरीज से मिलने जाते थे । पुलिस के एक विश्वसनीय सूत्र के अनुसार, वे तोड़फोड़ करने के उद्देश्य से आगे बढ़ रहे थे।
अब सवाल यह है कि कोलकाता और पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी मुसलमानों के चिकित्सकीय ठिकाने कितने सुरक्षित हैं ?
पुलिस के एक जांच अधिकारी ने बताया कि उन्हें दोपहर करीब दो बजे ठाकुरपुकुर में एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया और जेएमबी से संबंधित कागजात बरामद किए गए।
गिरफ्तार आतंकवादियों में नजीउर रहमान, शब्बीर और रबीउल शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से मोबाइल फोन, आग्नेयास्त्र, नकली भारतीय पहचान दस्तावेज और बांग्लादेशी पासपोर्ट, आतंकवादी समूह से संबंधित दस्तावेज और जिहादी साहित्य बरामद किया।
बरामद डायरी में बांग्लादेश के विभिन्न जेएमबी आतंकवादी नेताओं से संबंधित जानकारी भी है।